नाम : पुरुषोत्तम दास गुप्ता
पद : अध्यक्ष, लायंस क्लब, कानपुर
परिचय
पुरुषोत्तम दास गुप्ता एक जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो कि निरंतर समाज सेवा से सम्बंधित कार्यों में लीन रहते हैं. वह वर्तमान में लायंस क्लब, कानपुर के अध्यक्ष हैं जो कि एक सामाजिक संस्था है .
वह 1967 से पान से सम्बंधित व्यापार कर रहे हैं जो कि
निरंतर उन्नतिशील है. निजी व्यापार होने की बावजूद उनमें सदैव लोगों की मदद करने
की ललक रहती है. उनका उद्देश्य समाज के हर असहाय व्यक्ति तक पहुंचकर उन्हें इतना
सक्षम बनाना है जिससे कि वह स्वयं अपने पैरों पर खड़े हो सकें. लायंस क्लब की
स्थापना 9 अक्टूबर 2017 में सेवा से सम्बंधित कार्य करने के लिए की गयी. इस संस्था
का मुख्य उद्देश्य गरीब व असहाय लोगों की मदद करना है.
सामाजिक- कार्य
एक समाज सेवक के रूप में पुरुषोत्तम दास गुप्ता ने अब तक कई कार्य किये हैं. लायंस क्लब की स्थापना के बाद से उनकी संस्था ने गरीब बच्चों को भोजन करवाने का काम निरंतर किया है . इसके अलावा इस संस्था के माध्यम से अब तक उन्होंने कई नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करवाया. जिस के अंतर्गत सरसैया घाट पर मधुमेह तथा नेत्र की जांच के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. इसके अलावा एक अन्य नेत्र शिविर में 45 मरीजों का नि:शुल्क नेत्र ऑपरेशन कराने की व्यवस्था की गयी.
इसके बाद 31 दिसम्बर को आयोजित नेत्र जांच शिविर में लगभग 300 लोगों का नेत्र परीक्षण किया गया, जिनमें से 75 लोगों को छांटकर मंधना स्थित शंकरा अस्पताल में उनका नि:शुल्क ऑपरेशन करवाया गया. यही नहीं बल्कि ऑपरेशन के बाद उन लोगों को कम्बल, फल, बिस्किट आदि देकर विदा किया गया. वहीं बाल दिवस पर भी उन्होंने संस्था के माध्यम से क्षेत्रीय महाविद्यालय में बच्चों को सामान वितरित कराया. वह अलग- अलग अवसरों पर ऐसे कई सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करते रहते हैं.

भविष्य की परियोजनाएं
एक सामाज सेवक के रूप में उन्होंने अब तक कई कार्य किये हैं तथा कई अभी भी ऐसे कार्य शेष हैं जो कि वह भविष्य में करना चाहते हैं. उनका मुख्य उद्देश्य अपनी संस्था के माध्यम से गरीब बालिकाओं का विवाह करवाना है. वहीं उनका कहना है कि आज के बच्चे संस्कार विहीन होते जा रहें हैं जो कि अपने माँ – बाप का भी सम्मान नहीं करते.
उनकी संस्था भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करेगी, जिनमें वह बच्चों से माँ- बाप का सम्मान व पूजा करायेंगे ताकि बच्चों में अपने माँ- बाप के प्रति सेवा व सम्मान की भावना उत्पन्न हो व वे अपने माँ- बाप को वृद्धाश्रम में छोड़ने के बारे में भी न सोचें . इसके अलावा आज जिस तरह से समाज में रोग फैल रहे हैं, उनका प्रयास है कि एक्सपर्ट डॉक्टरों से सलाह लेकर लोगों को बीमारियों से दूर रहने के उपाय बताएं जायें तथा मधुमेह जैसे रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करें, जिससे कि सभी लोग स्वस्थ रहें.
नीति- परिवर्तन पर विचार
पुरुषोत्तम दास
गुप्ता का कहना है कि कोई भी सरकारी नीति तभी सफल हो सकेगी जब उसे जनता का भी
बराबर सहयोग मिले. देश साफ- सुथरा तभी बन सकेगा जब सभी नागरिक व्यक्तिगत रूप से
अपनी जिम्मेदारी समझेंगे. वहीं उनका मानना है कि पार्कों को बना तो दिया जाता है
किन्तु उनके रख- रखाव की तरफ सरकार ध्यान नहीं देती. इसलिए सरकार को ऐसी संस्थाओं को जो कि समाज- सुधार के लिए कार्य करती हैं, उन्हें एक- एक पार्क दे देना चाहिए ताकि
सभी पार्कों का उचित प्रकार से रख- रखाव किया जा सके.
सामाजिक- परिवर्तन पर विचार
सामाजिक परिवर्तन
पर पुरुषोत्तम दास गुप्ता के विचार हैं कि सरकार जनता के तथा जनता सरकार के सहयोग
के बिना कोई भी सामाजिक कार्य नहीं कर सकती. अतः सरकार को सामाजिक संस्थाओं को
प्रोत्साहन देना चाहिए तथा उन्हें उचित सहायता देनी चाहिए. यदि सरकार सामाजिक
संगठनों को सहयोग देगी तो उनकी आशा से बेहतर कार्य किया जा सकेगा.
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